कवी दुष्यंत कुमार की जयंती पर कुछ यादें… 

By: Team digital हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए…महान कवि दुष्यंत कुमार की यह कालजयी कविता की गहराई को समझना कितना मुश्किल जान पड़ता है। दुष्यंत एक कवि और गजलकार थे। उन का पूरा नाम दुष्यंत कुमार त्यागी था। समकालीन … Read more