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क्रोशिया के धागों में रोजगार

By: digitalnaari

 
कढ़ाई-बुनाई की कला बेहद पुरानी है। हम सभी ने अपनी नानी-दादी या मां को कभी क्रोशिया की सलाई से कोई नमूना बनाते तो जरूर देखा होगा। यहां तक कि वे बड़ी-बड़ी चादरें, तकिए के कवर, ऊन से बच्चे की गर्म टोपी, मोजे, स्वेटर, बैग और न जाने कौन-कौन-सा खूबसूरत सामान अपनी उंगलियों पर बुनकर रख दिया करती थीं। यह बुनाई रेशम, ऊन और टसर आदि धागों से होती है। आजकल तो बहुत-सी बनुवटें मशीनों के द्वारा होने लगी हैं। बाजार में भी क्रोशिया के बुने ढेरों परिधान और सामान मिलते हैं। टॉप से लेकर, टीवी कवर, मेजपोश और अन्य सजावटी सामान, स्कार्फ, श्रग, मफलर, डेकोरेटिव आइट्म्स, सोफा कवर, कुशन कवर, बच्चे के छोटे-छोटे जूते, जैकेट, कोटी,  इस कढ़ाई से खूसूरती से बुना जाता है।

अगर आपने अपने बुजुर्गों से इस कला को सीखा है तो आप इसमें अपना रोजगार भी ढंढ सकती हैं। इसके लिए बहुत अधिक सामान की आवश्यकता नहीं होती।

अगर आप क्रोशिया बुनाई में कोर्स करना चाहती हैं तो 12वीं के बाद क्रोशिया की बुनाई पाठ्यक्रम में दाखिला जे सकती हैं। आप चाहे तो सरकारी या प्राइवेट किसी भी संस्थान से डिप्लोमा कोर्स कर सकती हैं। घर बैठे इस रोजगार को शुरू कर आत्मनिर्भर बना जा सकता है।

अवसर
फैशन चाहे अपना रंग कितना भी बदलता रहे मगर क्रोशिया-बुनाई उसमें कहीं न कहीं जरूर इस्तेमाल होती है। क्रोशिया की बुनाई कई राज्यों की साडिय़ों में क्रोशिया के पैच और कढ़ाई की बेल का इस्तेमाल होता है। क्रोशिया बुनाई की खायितत यह है कि यह इंडियन हों या वैस्टर्न हर तरह के कपड़ों पर खूब फबती है। इस बुनाई का प्रचलन कभी खत्म नहीं होता।
महिलाएं ऐसे रोजगार शुरू करना चाहें तो उन्हें सरकार द्वारा लोन आदि की विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। इस कला को बचाने के लिए आप अपना योगदान देकर धन भी कमा सकती हैं।

बाजार कम नहीं
आपने अपना सामान तैयार कर लिया है मगर उसे प्रदर्शित कहां करें, बेचें कहां? आपके ग्राहक कौन होंगे? ऐसे अनेक सवाल दिमाग में जरूर आते हैं। अपने सामान की प्रदर्शिनयां लगा सकती हैं। दुकान खोल सकती हैं। बुटीक शुरू कर सकती हैं। किसी फैशन डिजाइनर के साथ मिलकर काम कर सकती हैं। आजकल सबसे अहम प्लेटफॉर्म है ऑनलाइन शॉपिंग।

इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं। ऑनलाइन अपना सामान डिसप्ले करें और कमाएं। अपन यूट्यूब चैनल शुरू कर सकती हैं। फेसबुक पर अपना पेज और ग्रुप बना सकती हैं। अपना ब्लॉग और वेबसाइट बनाकर सामान का प्रचार और सेल कर सकती हैं।

 

 

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