पत्रकारों पर हमलों के विरोध

 

By: Team 

नयी दिल्ली, 13 जुलाई

हाल ही में जब बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से एक पत्रकार ने सवाल पूछा तो उस पत्रकार पर तेजस्वी के साथ सुरक्षाकर्मी द्वारा अभद्र व्यव्हार और मारपीट की गई। अन्य पत्रकारों ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें भी दुव्र्यवहार का सामना करना पड़ा। इस घटना के विरोध में पत्रकार समाज में नाराजगी है। इस शर्मनाक घटना की चारों ओर आलोचना हो रही है. दिल्ली स्थित जंतर मंतर पर भी नाराज पत्रकारों ने तेजस्वी का पुतला दहन किया। साथ ही पत्रकारों ने प्रधानमंत्री और ग्रहमंत्री को ज्ञापन भी दिया। इंडियन मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन (इम्वा) के अध्यक्ष राजीव निशाना ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मीडिया पर हमला लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला है। मामले की जांच होनी चाहिए। इस विरोध प्रदर्शन में पत्रकार शकील अहमद, तरुण कुमार, अजय शेट्टी, प्रवीण, विवेकानन्द झा, अर्शी, विनय कंसल, प्रतीक गुप्ता, भ्रमेश वशिष्ट सहित काफी संख्या में पत्रकार शामिल थे।
ज्ञापन में इंडियन मीडिया वेल्फेयर एसोसिएशन ने मांग की है कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक नया कानून बनाया जाए। देश में मीडिया काउंसिल का गठन किया जाए। काम के दौरान यदि पत्रकार के साथ कोई अप्रिय घटना घट जाए तो उसके परिवार को 10 लाख सांत्वना राशि दी जाए। काम के दौरान पत्रकार की मत्यु हो पर उसके परिवार को 50 लाख की सहायता राशि प्रदान करावाई जानी चाहिए। साथ ही ज्ञापन में 4 से 20 वर्षों तक पत्रकारिता जगत में अपना योगदान देने वाले पत्रकारों को पेंशन देने की सुविधा की मांग की गई।


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