लवन्या नल्ली ने संभाला और बढ़ाया खानदानी व्यापार

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Success Story of Lavanya Nalli/ Gave a Modern Twist To Silk  Saree

By Team 

‘असफलताएं जीवन का एक हिस्सा हैं। पहली बार जब आप कार चलाना सीखते हैं, तो गलतियाँ करते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप कार चलाना छोड़ दें, आपको गंतव्य पर ध्यान केंद्रित करना होगा और बाकी सब कुछ मूल रूप से होता है’

अपने पिता के व्यापार को केवल बेटे ही आगे बढ़ा सकते हैं इस बात को महिलाएं लगातार झुठला रही हैं। लवन्या नल्ली भी उन्हीं बेटियों मे से हैं जिन्होंने अपने पिता के बिजनेस की विरासत को सहेजा और बढ़ाया है। मशहूर नल्ली साड़ी बै्रंड से भला कौन परिचित नहीं होगा। नल्ली के परदादा ने नल्ली चिन्नास्वामी छेती ने चेन्नई में सिल्क साडिय़ां बेचने काम काम शुरू किया था। अपने होम टाउन कांचीपुरम से साडिय़ों को साइकिल पर रखकर कई किलोमीटर दूर चेन्नई बेचने निकलते।
इसके बाद उन्होंने 1800 में एक छोटी-सी दुकान चेन्नई के टी नगर में खोल ली। लगभग 10 दशक बाद नल्ली रेशम की साडयि़ों में एक मार्की ब्रांड है। पूरे देश में ही नहीं विदेशों में इसके 32 स्टोर हैं, जिनमें दो संयुक्त राज्य अमेरिका और एक सिंगापुर में है। नल्ली परिवार ने 2012 में आभूषणों का भी व्यापार शुरू कर दिया।

 


लावन्या नल्ली, नल्ली पीढ़ी परिवार की पांचवीं पीढ़ी में हैं। लवन्या नल्ली परिवार की पहली महिला हैं जिन्होंने अपने खानदान के इस व्यापार की विरासत को सहजने और आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया था। 36 वर्षीय लवन्या ने 2005 में नई दिल्ली में नल्ली का स्टोर खोला।
थोड़े ही समय में उन्होंने अपनी काबलियत साबित कर दी। 650 करोड़ के टर्नओवर वाले नल्ली सिल्क व्यापार को बढ़ाते हुए लवन्या ने नए स्टोर स्थापित किए और कंपनी के राजस्व को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

शुरुआत में उनके पिता पिता लवन्या के व्यापार में शामिल होने को लेकर आशंकित थे। मगर नल्ली को व्यवसाय चलाने की बारीकियों को सीखने की इच्छा थी। बाद में पिता ने हामी भर दी। उन्होंने आज की महिलाओं की रूचि को देखते हुए उन्होंने मास्टर स्ट्रोक लगाते हुए नल्ली नेक्स को लॉंच किया। उन्होंने महसूस किया कि नल्ली पर आने वाली महिलाओं को विवाह आदि हर अवसर के लिए साडियां तो मिल रही हैं मगर युवा वर्ग के लिए बहुत कुछ उनके स्टोर पर उपलब्ध नहीं था।उन्होंने नल्ली को मॉर्डन टच दिया।
लावण्या ने विभिन्न कारीगरों के साथ स्रोत डिजाइनर उत्पादों के लिए काम किया। उन्होंने अन्ना विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री के साथ परास्नातक भी किया था। लावण्या ने एमबीए करने का फैसला किया और समय निकाल कर 2009 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में दाखिला लिया। हार्वर्ड से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने शिकागो में मैकिन्से एंड कंपनी में तीन साल तक काम किया।
वहां से उन्होंने काफी अनुभव प्राप्त किया।
लावण्या ने 2015 के अंत में नल्ली को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म प्रदान किया। लवन्या का यह सफर काफी लंबा रहा। मगर उन्होंने अपने खानदानी व्यापार को अपनी मेहनत और सूझबूझ से सारी दुनियॉ तक पहुंचा दिया है।

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