किसी खेल में रुचि है तो दबाएं नहीं, उसे निखारें

How to become a Sportsperson

पीटी ऊषा की तरह धावक या सानिया मिर्जा की तरह टेनिस स्टार बनना चाहती हैं। या फिर तानिया सचदेवा की तरह शतरंज की स्टार, पीवी सिंधु जैसी बैडमिंटन खिलाड़ी, मैरी कॉम की तरह बॉक्सिंग चैंपियन, कर्णम मल्लेशवरी जैसी वेटलिफ्टर, गीता कर्माकर की तरह जिमनास्ट, अंजु बॉबी जॉर्ज की तरह लॉंग जंप या फिर अनीसा सैयद की तरह शूटर बनना आपका सपना है।

अगर आपको भी किसी खेल में रुचि है और बचपन से उस खेल में अपना और देश का नाम रोशन करने का सपना संजोया है तो देरी किस बात की। खेल की दुनियॉ में काफी मौके हैं जहां आपको शौहरत के साथ-साथ पैसा भी मिलेगा। आजकल केंद्र और राज्य सरकारें स्पोर्ट को प्रोत्साहन करने के लिए कई कदम उठा रही हैं। विशेषतौर पर महिलाओं को खेल में आगे लाने के लिए कई तरह की सहायता भी प्रदान की जाती है। अपने भीतर की प्रतिभा को दबने न दें। अगर है कुछ करने का जज्बा तो बन जाएं स्पोर्टवुमन।

किस खेल में है रुचि
सबसे पहले तो आप देखें कि किस खेल के प्रति आपका रुझान है। आप किस खेल को खेलने की क्षमता रखती हैं। उसी स्पोर्ट को चुनकर आगे बढ़ती जाएं।
खेलों से जुड़े किसी से सलाह ले सकती हैं। ये आपके स्कूल या कॉलेज के स्पोर्ट के अध्यापक भी हो सकते हैं या अन्य कोई। जिस खेल में चलकर कॅरियर बनाने का फैसला कर लिया हो उसके बारे में पूरी जानकारी इक_ी करना शुरू करें।

ट्रेनिंग सेंटर का पता लगाएं

इसके बाद उस खेल से संबंधित ट्रेनिंग सेंटर का पता लगाएं। ट्रेंनिंग के दौरान आपको बहुत-से अनुभव हासिल होते हैं। उस दिशा में आपके रास्ते खुद ब खुद खुलते जाते हैं। राज्य, प्रदेश, राष्ट्रीय और फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आपको उस खेल में मौके मिल सकते हैं। यह सब आपकी मेहनत और प्रतिभा पर निर्भर करता है। खेलों में ट्रेनिंग के दौरान बहुत पसीना बहाना पड़ता है। बहुत-से लोग आधी ट्रेंनिंग के दौरान भी हिम्मत हार जाते हैं। मगर कुछ पाने के लिए कुछ खोना तो पड़ता ही है। हर कठिन परीक्षा के लिए आपको तैयार रहना होगा। हमारे देश में जितने भी मशहूर खिलाड़ी हैं वे रातों-रात स्पोर्टस्टार नहीं बनें हैं। इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत है। इन खिलाडिय़ों के संघर्षम जीवन से आपको हिम्मत और प्रेरणा मिलेगी।

कहां से ले सकती हैं ट्रेनिंग :
» भिवानी बॉक्सिंग क्लब- स्पोर्ट अथोरिटी ऑफ इंडिया के कोच और पूर्व बॉक्सर जगदीश सिंह को इसे बनाने का श्रेय जाता है। इसकी स्थापना हवा सिंह ने की थी जो दो बार एशियन गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट और 11 बार नेशनल चैंपियन रहे।
»  नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोटर््स, पटियाला में स्थित है।
»  बाईचंग भूटिया फुटबॉल स्कूल को पूर्व भारतीय स्किपर बाईचंग भूटिया ने शुरू किया था।
»  स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी भारतीय खेल प्राधिकरण, मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर एंड स्पोर्ट्स, भारत सरकार द्वारा संचालित की जाती है। इसके सात क्षेत्रीय सेंटर्स हैं। बेंगलुरु, भोपाल, गांधीनगर, कोलकाता, सोनीपत, दिल्ली, मुंबई, इम्फाल और सब सब-सेंटर्स हैँ गुहाटी और औरंगाबाद।
»  एमआरएफ रेस फाउंडेशन, चेन्नई, यहां पूरी दुनियॉ से फास्ट बॉलर्स को ट्रेन किया जाता है। इरफान पठान,मुनाफ पटेल, जहीर खान, वेंकेटेश प्रसाद जैसे प्रसिद्ध खिलाड़ी यहां ट्रेनिंग ले चुके हैं।
»  प्रकाश पादूकोण बैडमिंटन एकेदमी, बेंगलुरु में स्थित है।
» महेश भूपति टेनिस अकेदमी।
» मैरी कॉम बॉक्सिंग अकादमी, इम्फाल।
» गन फॉर ग्लोरी, शूटिंग सिखाने के लिए। यह बालेवडी, पूणे में स्थित है।
» गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी, हैदराबाद।

अपने राज्य में देखें कौन-सी स्पोर्ट् अकेदमी आपके घर के नजदीक है ।

 

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