दीवालीसे पहले धनतेरस की धूम होती है. धनतेरस को ‘धनवंतरि त्रयोदशी’ भी कहा जाता है . धनतेरस पर बर्तन खरीदने का चलन है. इस मौके के लिए मार्केट में स्टील के बर्तन और डिजाइनर आइटम्स की भरमार हो चुकी है. इसलिए पूरे साल बर्तन विक्रेता इस दिन का इंतजार करते हैं. इसी दिन का इंतजार बर्तन व्यापार से जुड़े, होलसेलर और मैन्यफैक्चरर को भी रहता है. अगर बार आप धनतेरस पर कुछ खास खरीदने का मन बना रहे हैं, किचन आइटम्स और गिफ्ट्स व स्कीम्स से भी माकेर्ट भरी हुई है। चांदी का सामान भी ले सकते हैं. अपने बजट के अनुसार चुनाव कर सकते हैं।
सदर बाजार के डिप्टीगंज जो, स्टील के बर्तन की सबसे बड़ी होलेसले मार्किट है इस समय ग्राहकों से अटी पड़ी है. बर्तन व्यापारी बताते हैं कि दीवाली आते ही बर्तनों की डिमांड बढ़ जाती है। मार्केट में बर्तनों की इतनी रेंज है कि हर वर्ग के मुतबिक इसमें बर्तन मिल जाते हैं। घर के इस्तेमाल के बर्तनों के अलावा स्टील के बर्तनों खूबसूरत डिज़ाइन वाले बर्तन गिफ्ट के तौर पर भी दिए जाते हैं. स्टील की चम्मच से लेकर कुकर, डिनर सेट, टी सेट वगैरह की मांग बढ़ जाती है। इनकी कीमत भी आपके बजट के अनुसार ही होती है. लेकिन इस दीवाली जीएसटी आदि के कारण बर्तनों की कीमतों में 30 से 40 प्रतिशत तक के बढ़ोतरी हो सकती है.
स्टील खरीदना शुभ:
धनतेरस वाले दिन तो स्टील खरीदना शुभ भी माना जाता है। इस दिन छोटे से बडे़ बर्तनों तक की खूब मांग रहती है। दिल्ली में अनेकों ऐसी मार्केट्स हैं जहाँ से बर्तन की शॉपिंग की जा सकती है. डिप्टी गंज में सिर्फ होलेसले में ही शॉपिंग कर सकते हैं लेकिन रिटेल के लिए अशोक नगर, लश्मी नगर, पीतमपुरा, वजीरपुर मार्केट । लोग अपनी जेब के अनुसार आइटम्स तक की खरीदारी करते हैं.
क्या है डिमांड में :
आजकल रसोई भी घर के इंटीरियर का अहम हिस्सा मानी जाती है। ऐसे में रसोई में सुन्दर डिज़ाइन वाले बर्तन का चलन बढ़ा है. इसलिए नए नए डेइ डिजाइनों को अधिक चूज़ किया जा रहा है. अब लोग दीवाली पर पारंपरिक बर्तनों से हट कर डिजाइनर कुकवेयर डिनर सेट व क्रॉकरी सेट भी खूब खरीद रहे हैं। कटलरी से लेकर ट्रांसपैरंट डिब्बे और नॉन-स्टिक की मांग भी जोरों पर होती है।डिनर सेट की डिमांड खूब है। इसी के साथ नॉन-स्टिक बर्तन की भी बहुत डिमांड है। गिफ्ट आइटम के तौर पर बेहद डिजाइनर बर्तन भी आए हैं.
क्यों भगवान धनवंतरी के पूजन का इतना महत्व:
कुबेर जहां धन का जोड़−घटाव रखने वाले हैं वहीं धनवंतरि ब्रह्मांड के सबसे बड़े वैद्य हैं। इसलिए धनतेरस के दिन लक्ष्मी जी के साथ धनवंतरि और कुबेर की भी पूजा की जानी चाहिए. धनत्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरी जन्म हुआ था और इसीलिए इस दिन को धन तेरस के रूप में पूजा जाता है. दीपावली के दो दिन पहले आने वाले इस त्योहार को लोग काफी धूमधाम से मनाते हैं. इस दिन गहनों और बर्तन की खरीदारी जरूर की जाती है. शास्त्रों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान त्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरी प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन को धन त्रयोदशी कहा जाता है. धन और वैभव देने वाली इस त्रयोदशी का विशेष महत्व माना गया है. इस दिन लोग सोने-चांदी के गहनेें और वस्तुओं के अलावा बर्तन खरीदने को शुभ मानते हैं.