सरकार की इन योजनाओं से संवरेगा बेटियों का भविष्य
भारत मे महिलाओं और बालिकाओं की स्थिति को सुधारने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर कई योजनाएं तैयार की जाती हैं। इन योजनाओं को केंद्र और राज्य सरकारें आपसी तालमेल के साथ सफल बनाती हैं। केंद्र सरकार की ये तीन योजनाएं बालिकाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। एक महिला होने के नाते आपको इनकी जानकारी होना आवश्य है।
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बेटियों के लिए सरकार की तीन सशक्त योजनाएं:
» केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना
भारत सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान के तहत सुकन्या समृद्धि योजना की शुरूआत की थी। इस योजना को कन्या भ्रूण हत्या को रोक ने और बेटियों का भविष्य बेहतर करने के लिए शुरू किया गया। यह वास्तव में एक बचत योजना है।
इस योजना के तहत वे माता-पिता जो निर्धनता के कारण अपनी बेटी की पढ़ाई और विवाह का खर्च वहन नहीं कर सकते। सरकार इस योजना के तहत बचत करने के प्रेरित करती है। बैंक में जमा की गई इस बचत राशि पर ब्याज भी मिलता है। इस योजना का लाभ पाने के लिए उन्हें अपने घर के नजदीक किसी बैंक या डाकघर में खाता एक खुलवाना होता है।
इस योजना के लिए यह बैंक में खाता खुलवाना अनिवार्य है। इसके अलावा बेटी का जन्म प्रमाण, माता-पिता का परिचय पत्र और स्थाई पते का प्रूफ बैंक को देना होता है। यह खाता बेटी के जन्म से लेकर उसके दस वर्ष की होने से पहले कभी भी खुलवाया जा सकता है। कई बार ब्याज दरों में बदलाव भी देखने को मिलता है।
खाते में वार्षिक न्यूनतम एक हजार रुपए से लेकर सवा लाख तक जमा करवाया जा सकता है। किसी के तीन बेटियां है तो सिर्फ दो को ही इस योजना का लाभ मिलेगा। मगर तीन बेटियों में दो जुड़वा हैं तो तीनों बेटियों के लिए आप इस योजना का लाभ ले सकती हैं। खाता खेलने की तिथि से 21 साल पूरे होने या बेटी के विवाह के समय दोनों ही परिस्थितियों में इस खाते से पूरा पैसा निकाल सकता है।
» बालिका समृद्धि योजना
केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 1997 में शुरू की गई यह योजना बेटियों के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के लाभ शहर और गांव किसी भी जगह बसने वाले लोग ले सकते हैं। यह योजना बालिकाओं के प्रति समाज की कमतर सोच को खत्म करने और उनकी शिक्षा को बढ़ावा देे के लिए शुरू किया गया था। साथ ही कम उम्र में किए जाने वाले बालिका विवाह पर रोक लगाने का प्रयास भी इस योजना में शामिल है। इस योजना में बालिका की पढ़ाई-लिखाई के लिए 1 से 10 वीं कक्षा तक वार्षीक छात्रवृत्ति का प्रावधान है।
बेटी के विवाह के समय पांच सौ का उपहार का भी प्रावधान शामिल है। इस योजना का फायदा उन परिवारों की बेटियों को मिल सकेगा जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन गुजार रहे हैं और जिसका जन्म 15 अगस्त 1997 या उसके बाद हुआ हो। यह योजना भी परिवार की केवल दो बेटियों को ही मिल सकता है।
» बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान
बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना बालिकाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही है। इस योजना का लाभ पूरे देश की बेटियां ले सकती हैं। इस योजना का प्रमुख उद्देश्या बेटिों को लिंग आधारित गर्भपात से बचाया जा सके और पूरे देश मे बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना।
शुरुआत में इस योजना को उन जिलों में शुरू किया गया था जो लिंगानुपात असंतुलित था। यानी लड़कों की तुलना में लड़कियों की सख्या कम थी। मगर बाद में इसे पूरे देश में लागू कर दिया गया। बेटियों की शिक्षाको बढ़ावा देकर सामािजक दृष्टिकोण को बदलने की यह एक पहल है।