Painting as a career

Table of Contents

अगर पेंटिंग् का शौक है तो…

By: Team digitalnaari

 
एम एफ हुसैन, एस एच रजा, तैयब मेहता, जतिन दास, अमृता शेरगिल, अंजोली इला मेनन कुछ ऐसे शीर्ष नाम हैं जो रंगों की दुनियॉ के भगवान कहे जाते हैं। आप भी रंगों से प्रेम करती हैं और भावों को उकेरना आपको आता है तो पेंटिंग को अपना कॅरियर बना सकती हैं।

 

हाथों में कोई हुनर है तो उसे सिर्फ खुद तक न सीमित न रखें। कला की दुनियॉ में उसे पेश करें। आपका शौक आपको आर्थिक संबल भी प्रदान कर सकता है। अक्सर हम सब ने अपने स्कूल या कॉलेज के दिनों में अपने आसपास ऐसे बहुत-से छात्र-छात्राओं को देखा होगा जो स्कूल की नोटबुम में ऐसी-ऐसी तसवीरें पल भर में उकेर देते थे जिसे देखकर हैरानी होती थी। बिना किसी ट्रेनिंग के वे बेहद सधी हुई कलाकारी। मगर अधिकांश वे तसवीरें उन्हीं नोटबुक्स तक सीमित रह जाती हैं। अगर वे अपनी इस कला का निखारकर, तराशकर दुनियॉ के मंच पर रखें तो उनके हुनर का डंका ही बज जाए।
पेंटिंग में भी कई प्रकार होते हैं। जैसे- फिंगर पेंटिंग, पोट्रेट पेंटिंग, लैंडस्केप पेंटिंग, इलस्ट्रेशन पेंटिंग, ऐलगॉरी आदि। डिग्री या डिप्लोमा करने के बाद आप किसी कंपनी से जुड़कर काम कर सकती हैं।

पाठ्यक्रम
› बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स बीएफए इसे 12वीं के बाद कर सकते हैं। इस में विजुएल आर्ट के सभी विषयों की जानकारी दी जाती है। साथ ही डिजाइन, ड्राइंग, पेंटिंग और स्केचिंग की शिक्षा दी जाती है। अंतिम वर्ष में स्पेशलाइजेशन के रूप में एक विषय चुनना होता है। इसमें आप पेंटिंग का चुनाव कर सकती हैं। यह चार वर्षीय पाठ्यक्रम होता है।
› 12वीं के बाद आप स्केच आर्ट या पेंटिंग में डिप्लोमा कोर्स भी कर सकती हैं।
इसके अलावा भी संस्थान कई पाठ्यक्रम करवाते हैं।

अवसर
पेंटिंग एक ऐसा कॅरियर है जिसे बहुत-से लोग अपने मन के भावों को व्यक्त करने के लिए भी चुनते हैं। आजकल तो कमप्यूटर के का इस्तेमाल भी पेंटिंग्स के लिए किया जाता है। अपने काम में कुशल हो जाने के बाद आप आर्ट गैलरीज, पत्र-पत्रिकाओं, टीवी इंडस्टी, फिल्मों काम के अवसर तलाश कर सकती हैं। शिक्षक बनकर फाइन आर्ट इंस्टीटयूट या कॉलेज में शिक्षा दे सकती हैं। सरकारी प्रोजेक्ट्स पर भी काम के अवसर हैं। साथ ही कर्मिशियल आर्टिस्ट, म्यूरलिस्ट, विजिटिंग आर्टिस्ट, आर्ट डायरेक्टर, ग्रैफिक डिजाइनर, इंटीरियर डिजाइनर जैसे क्षेत्रों में भी काम के अवसर उपलब्ध हैं। 

स्वतंत्र पहचान
एक पेंटर के सिर पर खुला आसमान होता है। वह जहां चाहे अपना रास्ता बना सकता है। अगर आप नौकरी नहीं करना चाहती हैं तो बतौर स्वतंत्र पेंटर के तौर पर भी अपने नाम और काम को पहचान दिला सकती हैं। इसके लिए कई विकल्प हैं। बड़े-बड़े कलाकारों की कलाकृतियों की लाखों रुपयों में निलामी आए दिन हम खबरों में सुनते रहते हैं। आप भी अपनी पेंटिंग्स तैयार कर उन्हें निलामी के लिए रख सकती हैं।
अपने चित्रों की एग्जीबीशन लगा सकती हैं। लगभग सभी पेंटर यह माध्यम जरूर अपनाते हैं कलाप्रेमियों को अपनी कला से रुबरु करवाने के लिए। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इन्हें बेच सकती हैं।

संस्थान
सृष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एंड डिजाइन, बैंगलुरु
भारती विद्यायापीठ दीमेड यूनिवर्सिटी
कमला नेहरु कॉलेज फॉर वुमेन
सावित्री भाई फू ले यूनिवर्सिटी
फैकल्टी ऑफ फाइन आट्र्स, जामिया मिलिया इस्लामिया
छत्रपति साहूजी महाराज यूनिवसिटी, कानपुर
एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा, उत्तर प्रदेश
जीडी गोएंका यूनिवर्सिटी, गुडग़ांव
बनारस हिंदू विश्वविद्यायल, वाराणसी
निम्स यूनिवर्सिटी
यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ, लखनऊ
पटना यूनिवर्सिटी, पटना
एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्टस, जालंधर
कॉलेज ऑफ आर्ट्स, नई दिल्ली

Leave a Comment