हर दिल में होना हेमा मालिनी का

By: धर्मेंद्र उपाध्याय

Table of Contents

बीते जमाने की अदाकारा हेमा मालिनी अपनी राजनीतिक करियर के साथ इन दिनों अपने आत्मिक उत्थान के लिए आध्यात्म की शरण में है। बॉलीवुड के अभिनेता अभनेत्रीयों को कुशल राजनीतिज्ञ नहींं माना जाता लेकिन मैं देख रहा हूं कि वे इसे बात को झुठलाने के लिए भरसक प्रसास कर रही हैं। उनके संसदीय क्षेत्र की महक उनके मुंबईया जीवन में देखी जा सकती हैं। कुछ समय पहले ही उन्होंने मुंबई स्थित एक मंदिर में भागवत कथा का आयोजन करवाया और सात दिनों तक भागवत श्रवण किया।

भले ही वे इन निदों साठोत्तरी जीवन जी रही हैं लेकिन कहना गलत नहींं होगा कि अभी तक हर उम्र के प्रशंसकों के दिल में वे ड्रीम गर्ल बनकर ही मौजूद है। इसका अहसास मुझे पुरजोर तरीके से साल भर पहिले ही हुआ जब जयपुर के पास हुए उनके एक्सीडेंट के बाद मैंने मुंबई से मेरे एक सीनियर को उनका हाल जानने के लिए जयपुर फोन लगाया।
वे बोले, यार ज्यादा तो नहीं लगी हैं पर आज पता चल गया कि हेमा मालिनी बुढिया हो चुकी है।

मैं हंस पड़ा .. .. शायद इसलिए कि उन्होंने तो अपनी उम्र कभी छुपाई नहींंं, आप गूगल पर उनकी उम्र देख सकते हैं। लेकिन ये तो हमारी हर सिनेदर्शक पीढ़ी का दोष है कि हम हिट हीरोइंस को सदा जवान देखना चाहते हैं और उनके सौंदर्य आकर्षण से खुद को दूर नहींं रख पाते हैं। इस मामले में हेमा मालिनी की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने अपने सौंदर्य तिलिस्म को अपने साथ वाली पीढी ही नहींं बल्कि आगमी दो तीन पीढींयोंं तक इसे जिंदा रखा है।

एक जमाना था जब फिल्म इंडस्टी्र से बाहर ही नहींं फिल्म इंडस्ट्री में भी उनके दीवानों की कमी नहींं थीं। एक बार तो इसके कारण देव आनंद को बहुत परेशान होना पड़ा। जॉनी मेरा नाम की शूटिंग के समय खलनायक प्रेमनाथ पर हेमा के हुस्न का असर ऐसा चढा कि हेमा को उनसे बचाने के लिए देवानंद को कई युक्तियां लगानी पड़ी। क्यंोंकि फिल्म की शूटिंग ऐसे मोड़ पर थी कि वे ना तो प्रेमनाथ को फिल्म से बाहर निकला सकते थे और ना ही सेट पर हेमा के आए बगैर फिल्म की शूटिंग भी संपन्न नहीं हो सकती थी। बड़ी मुश्किल से देव आनंद ने दौनों को एक दूसरे से बचाते हुेए फिल्म की शूटिंग पूरी की।


लेकिन इन सबके बावजूद उनके दिल में एक एसी औरत भी दबी है जिसे घर गृह्सथी से पूर्ण लगाव है। कुछ साल पहले दिए गए एक साक्षात्कार में उनहोंने अपनी अतृप्त लालसाओं में इस बात का जिक्र किया था कि वे अपने पति धर्मेंद्र जैसे एक बलिष्ठ बेटे की मां नहींं बन पाई। अभिनेता धर्मेंद्र ने उनसे शादी की पर एक विशेष किस्म का परहेज उनके दांपत्य भाव में रहा। जो उनकी खूबसूरती के चाहने वालों के अपार प्रेम के बावजूद बतौर भारतीय नारी उनके दिल को थोड़ा कमजोर कर जाता है। लेकिन इंडस्ट्री में उनके काम के चर्चे और राजनीति में उनकी सक्रियता ने बुढापे के बाबजूद उनकी चमक कम नहीं की हैं। कुछ समय पहिले ही पाशर््व गायक बाबुल सुप्रियो द्वारा निर्मित एलबम में भी वे नई पीढी को प्यार के नुस्खे सिखाती नजर आईं।

आज भी उनहें अभिनय के खूब ऑफर हैं पर वे कुछ विज्ञापन फिल्मों के अलावा कोई खास काम नहंीं कर रही हैं । हां , उनके स्टेज कार्यक्रमों में वे व्यस्त रहती हैं। इसके अलावा राजनीति में सक्रियता उन्हें व्यस्त रखती है, पर इस बात की खुशी है कि वे अपने जीवन की सांध्यकालीन बेला में निरंतर खुद को तराशने के साथ अपना आध्यातमिक उन्नयन करने में व्यस्त हैं। हेमा मालिनी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।

Feture photo courtesy: bollywoodpataka.com

(पिछले सात साल से पिंकसिटी जयपुर के पत्रकारिता जगत के साथ रंगमंच और राजस्थानी सिनेमा में सक्रिय युवा पत्रकार धर्मेंद्र उपाध्याय बतौर फिल्म पत्रकार काम करते हुए कई डॉक्यूमेंट्री फिल्मों का लेखन-निर्देशन कर चुके हैं। इन दिनों मुंबई स्क्रीन राइटर के रूप में सक्रिय हैं।)

Leave a Comment