Sania Mirza Tennis Player
Motivational Story, Success Tips
जिस समय सानिया मिर्जा ने टेनिस खेलना शुरू किया था उस समय इसे कॅरियर आप्शन नहीं समझा जाता था। मगर उन्होंने इसमें अपनी पूरी निष्ठा दिखाई। कठिन परिश्रम कर इस खेल की स्टार बन गईं। मगर उनके लिए यह सफर आसान न था। सानिया बता रही हैं जिंदगी में सफलता हासिल करने के लिए पांच मंत्र।
-अपने निर्धारित लक्ष्य को पाने के कड़ी मेहनत करें। कामयाबी मिलने के लिए बहुत-सी चीजें आपके फेवर में होनी चाहिए। जब लोग एक शब्द ‘ओवरनाइट स्टार’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं तो दुख होता है। क्योंकि एक खिलाड़ी को जब पहली बार पहचान मिलती है तो उसके पीछे उसकी बरसों की कड़ी मेहनत होती है। मैंने छह साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया था और जूनियर बिंबलडन जीता तो मैं 16 साल की थी। तो पीछे दस सालों की मेहनत की थी मैंने। तो इस कामयाबी के पीछे परिवार का भी कड़ा संघर्ष छुपा होता है। मैं बहुत छोटी थी जब खेल के सिलसिले में ट्रैवल करना शुरू कर दिया था तो मेरी मां हमेशा मेरे साथ रहती थीं।
» मैंने बारह-तेरह साल की उम्र में समझा कि मुझे क्या करना है, क्या बनना है।
» परिवार का साथ बहतु जरूरी है। मेरे पेरेंट्स के बिना यह सफलता मिलनी मुमकिन नहीं हो पाती।
» लोगों ने मेरे कपड़ों को लेकर तंज भी किया। बहुतों ने कहा कि टेनिस रैकेट हाथ में लेकर क्या मार्निना हिंगस की तरह बनना चाहती हो। हालांक मैंने आगे चलकर टेनिस में मार्टिना से ज्यादा अचीव किया। इसलिए आपको अपनी स्किन को थोड़ा थिक करना होगा।
» जिस समय मैंने टेनिस खेलना शुरू किया था उस समय टेनिस को खेल नहीं समझा जाता था इसे एलीट क्लास के मनोरंजन के तौर पर लिया जाता था।
» आपके लिए कुछ फैसले आपके पक्ष में काम करते हैं और कुछ नहीं भी करते हैं।
» किसी खेल में कुछ अचीव करना आसान नहीं होता। यह एक प्रोसेस होता है जिसे हर बच्चे को फॉलो करना पड़ेगा।
» जब लोग कहते हैं तुम यह नहीं कर सकती हो तो मैं कहती हूं कि यह होने जा रहा है क्योंकि मैं ऐसा चाहती हूं। इसलिए खुद में आत्मविश्वास भर कर रखें।
» हमने अपनी गलतियों से सीखा। जो अपनी गलतियों से सीख ले उसे कामयाबी जरूर मिलती है।
» स्टार बनने के लिए न खेलें, इसलिए खेलें कि आपको खेल से प्रेम है।
» लोगों को कोई कामयाब खिलाड़ी जब रेड कारपेट पर चलता हुआ दिखता है तो उसके पीछे कितनो सालों की मेहनत होती है जो किसी को दिखाई नहीं देती।