अमृता रायचंद : शेफ बनकर हुईं संतुष्ट
By: Team
एक शेफ बनना मेरे जीवन का सबसे अच्छा निर्णय रहा है। यह मुझे संतुष्टि देता है-अमृता
अमृता रायचंद टाटा टाउनशिप, धनबाद में पली बढ़ीं। यहां उनके पिता जनरल मैनेजर के रूप में काम करते थे। अमृता ने लॉरेंस स्कूल से पढ़ाई की। बाद में मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से उन्होंने स्नातक किया।
कॉलेज के दौरान उन्होंने मार्केटिंग को चुना। ऐसा इसलिए क्यों यह उनके परिवार की इच्छा थी कि वे किसी मल्टीनेशल कंपनी में काम करें।
अमृता ने स्नातक के बाद कम्पयुटर ग्राफिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। वे अपने कॉलेज की विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में हिस्सा लेती थीं। स्कूल और कॉजेल दोनों जगह ही वे मंच पर हमेशा एक्टिव रहीं। उन्हें पॉन्ड्स ड्रीम फेयरनेस क्रीम के लिए ब्रांड एम्बेसडर तब चुन लिया गया जब वे कॉलेज के दूसरे वर्ष में थीं। इसके बाद उन्होंने कई विज्ञापनों में काम किया।
आपने उन्हें वर्लपूल होम अप्लाइंसेस और टीवी पर एक गेम शो को होस्ट करते देखा होगा। साथ ही उन्होंने कई अवॉर्ड कार्यक्रमों को भी होस्ट किया। विज्ञापन ही नहीं उन्होंने धारावाहिक में अभिनय भी करना शुरू कर दिया था। वे 2010 में यश राज टीवी श्रृंखला ‘माही वे’ में दिखाई दीं। अमृता के परिवार का माहौल बिजनेस वाला था मगर उन्हें उनकी मां से कुछ गुण विरसात में मिले थे। इसमें एक था खाना बनाने का शौक।
स्कूल में भी अमृता का पसंदीदा विषय होम-साइंस था। मगर उन दिनों शेफ वास्तव में किसी व्यवसाय की तरह नहीं देखा जाता था। यह सिर्फ एक शौक था, जैसे उनके लिए शास्त्रीय नृत्य जो उन्होंने पांच सालों तक सीखा। पोस्टग्रेजुएशन के दौरान अमृता की शादी हो गई। वे एक ऐसे परिवार में गईं जहां पति ने उनका पूरा साथ दिया। हालाँकि टीवी और फिल्म करने के बाद अमृता को यह अहसास होने लगा था कि यह वह नहीं जो वे करना चाहती हैं।
शादी के चार साल बाद वे एक बच्चे की मां बनीं। मां बनते ही उनमें कई जिम्मेदारियों को अपने आप जाग गईं। बच्चा कुछ बड़ा हुआ तो उन्हें बच्चे के लिए उनका असीम प्यार, उन्हें रसोई में ले गया। उन्होंने बच्चे की पसंद और जरूरत के हिसाब से हर चीज तैयार की। नए व्यंजनों को बनाने के लिए रसोइयों से प्रेरणा ली। यहां तक कि यह उनका एक जुनून बन गया। एक दिन उनके पारिवारिक मित्र और मास्टरशेफ, संजीव कपूर उनके बच्चे से मिलने आए। अपने बेटे को स्वस्थ भोजन खिलाने के लिए वे नए-नए प्रयोग कर रहा था।
यह सब देखकर उन्हें बच्चों के लिए खाना पकाने के लिए समर्पित एक शो ‘मम्मी का जादू’ का ऑफर दिया। उन्होंने उन्हें टीवी पर अपनी असली कहानियां दिखाने को कहा। क्योंकि अधिकतर मांए इसी तरह अपने बच्चों को लेकर परेशान रहती हैं। बच्चे को पौष्टिक और उनका मनपसंद भोजन कैसे खिलाया जाए।
इस शो से अमृता को पूरे देश के माता-पिता से सराहना मिल रही थी। अब लोग उनकी तरफ समाधान के लिए देख रहे थे। इसलिए उन्होंने अपने इस कौशल को और बढ़ाने के लिए सिंगापुर की ग्लोबल शेफ अकादमी में पाक पाठ्यक्रम किया। इसके बाद मुंबई के कई पांच सितारा होटलों में अनुभव हासिल किया।
जल्द ही उन्हें मम्मी शेफ के रूप में जाना जाने लगा। उन्होंने साल 2016 में Being Amrita: Chef & Beyond नाम से अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया। आज लाखों सब्सक्राइबर उनके चैनल पर हैं। वे तरह-तरह की रेसिपीज लोगों को सिखाती हैं। 2018 में ‘इंडियाज डिजिटल शेफ’ शो में सिलेब्रिटी शेफ संजीव कपूर और सारांश गोलिया के साथ जज के रूप में शो का हिस्सा बनीं।